सत्य के लिए पुन:स्थापित हों और जीवित रहें
सच्चाई पर वापस जाएं।
परमेश्वर आनन्दित होता है कि उसके बच्चे सत्य पर चलते हैं!
केवल यीशु की ओर देखना …
सत्य: यीशु मार्ग, सत्य और जीवन है।
पिता के पास उनके सिवा कोई नहीं आता!
अभी सुनें:
परमेश्वर की दया पुकार - क्योंकि यहोवा इस्राएल के घराने से यह कहता है: "मुझे खोजो और जीवित रहो! पर बेतेल की खोज न करना, न गिलगाल में प्रवेश करना, और न बेर्शेबा को पार करना;प्रभु को खोजो और जीवित रहोऐसा न हो कि वह यूसुफ के घराने पर आग की नाईं भड़के, और उसे भस्म करे, और बेतेल में उसका बुझानेवाला कोई न हो" (आमोस 5:4-6)।
उनका वादा:
"और तुम मुझे ढूंढ़ोगे और पाओगे,कबतुम मुझे अपने पूरे मन से खोजोगे (यिर्मयाह 29:13)
पवित्र आत्मा कहते हैं:
“तुम्हारे पीछे से यह वचन तुम्हारे कानों में पड़ेगा, मार्ग यही है, इसी पर चलो, जब कभी तुम दहिनी वा बाईं ओर मुड़ो।” (यशायाह 30:21)
"और याकूब में जो अपराध से मन फिराते हैं, उनके लिथे सिय्योन में एक छुड़ानेवाला आएगा, यहोवा की यही वाणी है!" (यशायाह 59:20)
यीशु का मानक:
"अगर तुममेरे वचन का पालन करना (जारी रखना)।, तो वास्तव में तुम मेरे शिष्य हो!
पत्र कहते हैं:
"इसलिये सत्य से अपनी कमर कस कर, और धर्म की झिलम पहिन कर खड़े रहो,..." (इफिसियों 6:14)।
अब सत्य की तलाश करने और जीने का समय है!
जानने का समय....
प्रभु के ज्ञान को आगे बढ़ाने का समय। उसका निकलना भोर के समान स्थिर है; वह वर्षा के समान हमारे पास आएगा, वरन पहिली और पिछली वर्षा के समान पृय्वी पर आएगा। (होशे 6:3)।